Nirankari Stories

Husband Wife Short Story

एक बहन जी एक सन्त के पास आई और कहा-
“मुझे अपने पति को वश में करना है, कुछ ऐसा कर दिजीये जिससे मेरा पति वही करे जो मै चाह रही हूँ।”

सन्त जी ने कहा-
“ये तो हो जायेगा, पर इसके लिये तुम्हें कुछ प्रयास करना पड़ेगा।”

वो राजी हो गई, तो सन्त जी ने कहा-
“मुझे शेर के मूंछ का एक बाल लाकर दो।
उससे मैं कुछ ऐसा कर दूंगा, जिससे तुम्हारा पति तुम्हारी हर बात मानने लगेगा।”

वो बहुत खुशी खुशी घर गई और सोचने लगी कि कैसे शेर का एक बाल मिल जाये।

फिर वो शेर के लिये तरह तरह के व्यंजन बनाकर ले गई और हाथ जोड़कर उसे खाने के लिये दिया।
शेर को तो समझ नही आया कि ये ऐसा क्यों कर रही,पर वो सारे व्यंजनों को खा गया।

इसी प्रकार वो नित्य शेर के लिये तरह तरह के व्यंजन बनाती और शेर को ले जाकर खिलाती।

एक दिन शेर ने पूछा-
“तुम रोज ये तरह तरह के व्यंजन लाती हो,क्या प्रायोजन है तुम्हारा ,क्या चाहती हो?”

फिर उसने सारी बात बताई कि किस प्रकार एक सन्त जी ने शेर का बाल लाने को कहा है।

शेर उसके आदर सत्कार से प्रसन्न हो गया था उसने अपना एक मूंछ का बाल निकाल कर उसे दे दिया।

वो खुशी खुशी सन्त जी के पास आई और शेर के मूंछ का बाल दिया।
सन्त जी को बड़ा आश्चर्य हुआ कि ये कैसे सम्भव हो गया।

उन्होनें वो बाल हाथ में लिया और उड़ा दिया।

वो बहन जी ने कहा-
“मैं कितना परिश्रम और प्रयास करके शेर से ये बाल लाकर आपकों दिया और आपने इसे उड़ा दिया।”

सन्त जी ने कहा-
“तुममें तो सारे गुण हैं पर तुम उसका उपयोग नही कर रही हो।
जब तुम शेर को अपना बाल देने के लिये राजी कर सकती हो तो पति तो इंसान हैं।
वो तो बड़ी आसानी से तुम्हारी बात मान लेगा। तुम्हारे प्रेम से एक शेर ने अपना बाल दे दिया तो तुम्हारा पति वो सब कुछ जरुर करेगा जो तुम चाहती हो।
बस प्रेम प्यार का सहारा लो,मान सम्मान दो।
आदर सत्कार और सेवा को जीवन में अपना लो।
पति तुम्हार हर बात मान लेगा।”

सन्तों ने इस प्रकार गृहस्थ को सुन्दर रुप देने हेतू कहानी का रुप लेकर अपनी बात समझाने की कोशिश की।

 

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