अमीर or जमीर
जहाँ हमारा स्वार्थ समाप्त होता है ..
वही से हमारी इंसानियत आरम्भ होती है !!
लोग कहते है कि आदमी को अमीर होना चाहिए..
और
गांव के बुज़ुर्ग़ो का कहना है कि
आदमी का जमीर होना चाहिए…।।
घर कच्चे हैं कोई बात नहीं, पर उनमें रहने वाले लोग सच्चे हों।
बाहरी रंग रूप आकर्षक हो या न हो इससे ज्यादा आवाश्क़ है कि लोगों का मन आकर्षक हो,
मिलने पर अपनी और खींचने वाला हो।