जीना है तो चलते हुए दोनों पैरों की तरह जियो ।
जीना है तो चलते हुए दोनों पैरों की तरह जियो । आगे वाले पैर को घमन्ड नहीं होता और….पिछले पैर
Read Moreजीना है तो चलते हुए दोनों पैरों की तरह जियो । आगे वाले पैर को घमन्ड नहीं होता और….पिछले पैर
Read Moreसुबह शाम उठते बैठते वायरस का ज़िक्र करके, उसे अपने दिमाग़ में बिठाकर अपनी मौजूदा ज़िन्दगी का सुकून तबाह ना
Read MoreLife is a race between Cat and Rat…! Rat mostly wins because Cat runs for food and Rat runs for
Read More●▬ஜ●●●ஜ▬● *🙏“गुरु पूर्णिमा*” 🙏 जैसे सेब को यदि काटकर देखें तो उसमें से अक्सर तीन बीज निकलते हैं और एक बीज
Read MoreHa raho jami par magar aashma ka khwab rakho, tum apni soch ko har waqt lajawab rakho , khade na
Read Moreफूंक मारकर हम “दिये” को बुझा सकते है l पर “अगरबत्ती” को नहीं, क्योंकि जो “महकता’ है उसे कौन बुझा
Read Moreहर व्यवहार बड़ों का बच्चे ध्यान से देखा करते हैं। वहीं पे होती नज़रें उनकी बड़े जहां पग धरते हैं।
Read Moreचिंता इतनी कीजिए की काम हो जाए पर इतनी नही की जिंदगी तमाम हो जाए🙏🙏 मालूम सबको है कि जिंदगी
Read Moreतारीफ चरित्र कि हो तो ज्यादा बेहतर है!… चित्रो की नहीं… क्योंकि…?? चित्र बनाने में कुछ दिन,.. कुछ समय लगता
Read Moreसारे सवालों के जवाब यहीं हैं खुदा रब्ब राम यही हैं खोजता रहता है तूँ उसे कहाँ कहाँ झांक तो
Read Moreदान करने से रुपया जाता है, “लक्ष्मी” नहीं!… घड़ी बंद करने से घड़ी बंद होती है, “समय” नहीं!… झूठ छुपाने
Read Moreजब तक ज़िन्दगी पटरी पर चलती है,… तब सोचते हैं कि हम कुशल चालक हैं….. लेकिन जब पटरी से उतरती
Read More✴एक आदमी जंगल से गुजर रहा था । उसे चार स्त्रियां मिली। ✴उसने पहली से पूछा – बहन तुम्हारा नाम
Read Moreमुसीबतों से भागना, नयी मुसीबतों को निमंत्रण देने के समान है| जीवन में समय-समय पर चुनौतियों एंव मुसीबतों का सामना
Read Moreभक्ति क्या है??, “भक्ति” हाथ पैरो से नहीं होती है। वर्ना विकलांग कभी नहीं कर पाते। भक्ति ना ही आँखो
Read Moreरिश्ते और रास्ते तब ख़त्म हो जाते हैँ जब पाँव नहीं दिल थक जाते है….. शुक्रिया अदा करना और …
Read Moreदूसरों के चश्मे से खुद को मत देखो “उनकी नजरें” धुंधली भी हो सकती है.. क्योंकि.. खुद को खुद से
Read Moreज़िन्दगी से यही सीखा है मेहनत करो रुकना नहीं हालत कैसे भी हो किसी के सामने झुकना नहीं कुछ पाने
Read Moreतुम्हारे पास आता हूं तो 💧……सांसे भीग जाती हैं, मुहब्बत इतनी मिलती है के’ 💧……आंखें भीग जाती हैं। तबस्सुम इत्र
Read More“‘खुशी’” उड़ती हुई तितली के जैसी है, जिसे पकड़ने के लिए आप जितना दौड़ेंगे ये उतना ही आपसे दूर चली
Read Moreपरेड में पीछे मुड़ बोलते ही पहला आदमी, आखरी और आखरी आदमी, पहले नंबर पर आ जाता है। जीवन में
Read Moreजब किसी महापुरुष से पूछा गया कि गुस्सा क्या चीज़ है? तो महापुरुष ने बहुत खूबसूरत जवाब दिया, “किसी की
Read Moreगुरु ना होते तो शुक्राना मुस्कुराना कौन सिखाता गुरु ना होता तो जिंदगी का सफर इतना सुहाना कैसे होता गुरु
Read More“Tumne kaha tha hum ek hi hain, to apne barabar kar do na Nappy jab main badalti hun, tum dudh
Read Moreकोई होगा किसी का सहारा मेरा तो सहारा तू है। कोई होगा किसी का गुज़ारा मेरा तो गुजारा तू है।
Read Moreभीड़ हमेशा उस रास्ते पर चलती है जो रास्ता आसान लगता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं की भीड़ हमेशा
Read Moreमाना कि आर्थिक कमाई रुक गयी है, लेकिन कुछ ना कुछ आध्यात्मिक कमाई हो रही है, कर्मों की गठरी जो
Read Moreकमियाँ तो मुझमें भी बहुत है,,, पर मैं बेईमान नहीं। मैं सबको अपना मानता हूँ, सोचता हूँ फायदा या नुकसान
Read Moreगंदगी से ‘हाथ-पांव’ भर जाएँ, तो ‘पानी’ से धोये जा सकते हैं…. ‘कपड़े’ गंदगी से भर जाएँ, तो ‘साबुन’ से
Read Moreमाँ ग्रँथ है काव्य है गाथा है। जन-जीवन भाग्य-विधाता है। माँ कल-कल बहती सरिता है। माँ रामायण, भागवद गीता है।
Read Moreदोस्त , किताब , रास्ता और सोच! ये चारों जो जीवन में सही मिलें तो, ज़िंदगी “निख़र”…. जाती है …
Read Moreदर्द कागज़ पर ,मेरा बिकता रहा…! मैं बैचैन था ,रातभर लिखता रहा…! *छू रहे थे सब,बुलंदियाँ आसमान की..! मैं सितारों
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